IIT की धड़कन
हम केजीपी (IIT KGP)अइनी,
आके इहवा पछतईनी. (२)
देख इहवा के लाइफ ,
फ्रूस्त (frustrated) हो गईनी.
हो गईनी.
अब का करीं हम ए माई?
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई.
हम केजीपी अइनी ,
आके इहवा पछतईनी.
दुनिया IIT KGP के नम्बर वन समझेला लेकिन मोस्ट ऑफ़ द जनता इहा फ्रूस्त रहेला .
देखे के की भभुआ जिला के एगो लईका के एह बारे में का कहे के बा :
सोचनी हा मन से खूब पढ़ब,
आगे दुनिया में नाम करब .(२)
क्लास्वा में माई रे नींद आवेला ,
का जाने पेपर में का लिखब.
प्लान का रहे का कर दिहनी,
बींच मझधारवा में रह गईनी.
अब का करीं हम ए माई ?
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई .
हम केजीपी अइनी,
आके इहवा पछतईनी .
जींदगी झंड होवेला इहवा, जींदगी झंड होवेला .
बबुआ हो, कहत रहनी हां नु की बोम्बे चाहे दिल्ली ले ल,
काहे न मनला हां ... आ?
अकैडवे(Academics) न खाली मखाइल बा ,
देहवो के हाल गडबडाइल बा.
खा के मेसवा के खानवा ,
जान में बन आइल बा.
वैलुओ आपन कुछु नाही बाटें,
डांटे प कुकुरो दौड़ा के काटे (२)
अब का करीं हम ए माई
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई
हम केजीपी अइनी,
आके इहवा पछतईनी
देख ई सब होवेला , इहे में कोम्प्रोमैइज कर ल.
अरे दुनिया में दुःख सुख आई जाई अब इहे में न जीए के बा ?
ललनवा के देखेला ? BIT Mesra में न बा ,आ ओही में मस्त रहेला.
अरे भाई कर्नाटको से गइल गुजरल बा? देख त बबुलवा के दस हज़ार के नौकरी लागल बा . तू काहे झूठो टेंसअनिया जाला?
आके इहवा पछतईनी.
अब का करीं हम ए माई?
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई.
हम केजीपी अइनी,
आके इहवा पछतईनी .(रोते हुए )
मत रोअ मत रोअ
अब पछतावे से कुछु होई?
अरे जाए दा मरदे ते नाही इतनो ख़राब नइखे .
IIT हां IIT, दाल भात के कौर ना ह .
आके इहवा पछतईनी. (२)
देख इहवा के लाइफ ,
फ्रूस्त (frustrated) हो गईनी.
हो गईनी.
अब का करीं हम ए माई?
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई.
हम केजीपी अइनी ,
आके इहवा पछतईनी.
दुनिया IIT KGP के नम्बर वन समझेला लेकिन मोस्ट ऑफ़ द जनता इहा फ्रूस्त रहेला .
देखे के की भभुआ जिला के एगो लईका के एह बारे में का कहे के बा :
सोचनी हा मन से खूब पढ़ब,
आगे दुनिया में नाम करब .(२)
क्लास्वा में माई रे नींद आवेला ,
का जाने पेपर में का लिखब.
प्लान का रहे का कर दिहनी,
बींच मझधारवा में रह गईनी.
अब का करीं हम ए माई ?
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई .
हम केजीपी अइनी,
आके इहवा पछतईनी .
जींदगी झंड होवेला इहवा, जींदगी झंड होवेला .
बबुआ हो, कहत रहनी हां नु की बोम्बे चाहे दिल्ली ले ल,
काहे न मनला हां ... आ?
अकैडवे(Academics) न खाली मखाइल बा ,
देहवो के हाल गडबडाइल बा.
खा के मेसवा के खानवा ,
जान में बन आइल बा.
वैलुओ आपन कुछु नाही बाटें,
डांटे प कुकुरो दौड़ा के काटे (२)
अब का करीं हम ए माई
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई
हम केजीपी अइनी,
आके इहवा पछतईनी
देख ई सब होवेला , इहे में कोम्प्रोमैइज कर ल.
अरे दुनिया में दुःख सुख आई जाई अब इहे में न जीए के बा ?
ललनवा के देखेला ? BIT Mesra में न बा ,आ ओही में मस्त रहेला.
अरे भाई कर्नाटको से गइल गुजरल बा? देख त बबुलवा के दस हज़ार के नौकरी लागल बा . तू काहे झूठो टेंसअनिया जाला?
आके इहवा पछतईनी.
अब का करीं हम ए माई?
आगे कुआ बा, आ पीछे खाई.
हम केजीपी अइनी,
आके इहवा पछतईनी .(रोते हुए )
मत रोअ मत रोअ
अब पछतावे से कुछु होई?
अरे जाए दा मरदे ते नाही इतनो ख़राब नइखे .
IIT हां IIT, दाल भात के कौर ना ह .
5 Comments:
Ye git aaj se 6 saal pehle IIT Kgp campus me likhi gayi.Mere prayaas me mere saathi bhoju ka bada yogdan raha.
Agar aap audio sunne ki iksha rakhte hai to drop me a mail @ saurav.arya@gmail.com
students ki sahaj bhavnayein hain inmein. Swagat.
narayan narayan
बढिया लिखले बाटा भाई
धन्यवाद देवकांत जी :)
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