चले है हम
चले है हम
आज यहाँ से
साथ नही कल अपना होगा
तुम होगे उधर कही,
दूर कही घर अपना होगा
दौड़ पड़े है आज खुशी में
कैदी जो छूटा जंजीरों से
पर क्या हमने तुमने सोचा ?
साथ में कितने रिश्ते नाते टूटे ?
याद तुम्हे भी आएगी
ये दुरी जब बढ़ जाएगी
आज सताते हम एक दूजे को
कल यादे हमें सताएगी
आज यहाँ से
साथ नही कल अपना होगा
तुम होगे उधर कही,
दूर कही घर अपना होगा
दौड़ पड़े है आज खुशी में
कैदी जो छूटा जंजीरों से
पर क्या हमने तुमने सोचा ?
साथ में कितने रिश्ते नाते टूटे ?
याद तुम्हे भी आएगी
ये दुरी जब बढ़ जाएगी
आज सताते हम एक दूजे को
कल यादे हमें सताएगी
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