Friday, March 27, 2009

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युवा मन की उड़ान

बादलो के पार शायद
और एक जहा होगा
सपनो में जो है देखा
सारा कुछ वहा होगा
साथ अपने साथ होगा
उस जहा उस देश में
दिल के तार बज पड़ेंगे
वैसे परिवेश में
हम युवा उड़ चले है
धरती अब पावो तले है
आँखों में सपने लिए हम
ख़ुद से कुछ वादे किए हम